टेलीग्राम की बिदाई - संदीप सृजन

15 जुलाई 2013 भारत मे टेलीग्राम का अंतिम दिन  है.....आज से एक महिने बाद होने वाली तार की बिदाई मे कुछ दोहे...

सुख दुख मे आगे रहा, उसका इक संदेश ।
वो जाएगा छोड कर, अपना भारत देश।।

खुशियों की बरसात मे, खोलेंगे जब द्वार।
चिठ्ठी -पत्री सब मिले,नही मिलेगा  तार।।

गम के आंसू पोछने,आयी कई बयार।
पर नैनो की  आस है, आये कोई तार।।

@संदीप सृजन

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें